शिंदे सरकार ने 5 जुलाई को कैबिनेट बैठक बुलाई है. उम्मीद है कि सरकार इस बैठक में अपनी भविष्य की योजनाओं और प्राथमिकताओं पर चर्चा करेगी.
यह बैठक शिंदे सरकार के लिए अहम होने की संभावना है। सरकार को अपनी प्राथमिकताएं तय करनी होंगी और यह भी तय करना होगा कि वह राज्य पर शासन करने की क्या योजना बना रही है। इसे महाराष्ट्र के लोगों की चिंताओं का भी समाधान करना होगा, जो अभी भी राजनीतिक संकट से जूझ रहे हैं।
कैबिनेट बैठक में शिंदे सरकार जिन कुछ प्रमुख मुद्दों पर चर्चा कर सकती है उनमें शामिल हैं:
*शिवसेना ने शिंदे गुट में शामिल हुए 9 विधायकों के खिलाफ अयोग्यता याचिका दायर की।
* शिंदे सरकार और भाजपा के बीच संबंध।
*राज्य की अर्थव्यवस्था और इसे कैसे सुधारें।
*महाराष्ट्र की जनता को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराना।
* राज्य में सुरक्षा की स्थिति।
कैबिनेट बैठक पर कड़ी नजर रहने की संभावना है। यह देखना दिलचस्प होगा कि शिंदे सरकार अपने सामने आने वाली चुनौतियों का कैसे जवाब देती है।
कैबिनेट बैठक के कुछ संभावित नतीजे इस प्रकार हैं:
* सरकार अपनी शक्ति को मजबूत करने और विधानसभा में अपनी स्थिति मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करने का निर्णय ले सकती है।
* सरकार शिवसेना से संपर्क करने और राजनीतिक संकट को हल करने का प्रयास करने का निर्णय ले सकती है।
* सरकार राज्य की अर्थव्यवस्था पर ध्यान केंद्रित करने और महाराष्ट्र के लोगों के जीवन को बेहतर बनाने का प्रयास करने का निर्णय ले सकती है।
कैबिनेट बैठक का नतीजा क्या होगा, यह निश्चित रूप से कहना जल्दबाजी होगी। हालांकि, यह साफ है कि शिंदे सरकार को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। सरकार को आने वाले दिनों और हफ्तों में कुछ कठिन फैसले लेने होंगे।